जयपुर (चाकसू)। राजधानी में पुलिसवालों की अवैध बजरी माफियाओं के साथ मिलीभगत और वसूली का खेल उजागर होने के बाद पुलिस कमिश्नर संजय अग्रवाल ने शिवदासपुरा, सांगानेर सदर, श्याम नगर के थानाधिकारियों को लाइन हाजिर कर दिया है व 21 पुलिसकर्मियों को सस्पैंड कर दिया है। एक स्टिंग ऑपरेशन के बाद यह मिलीभगत का खेल उजगार हुआ। डीसीपी क्राइम विनीत राठौड़ को मामले की जांच सौंपी गई है। गौरतलब है कि करीब एक वर्ष से बजरी का खनन व परिवहन बंद है ऐसे में कई थानों के पुलिसकर्मी व अधिकारी बजरी माफियाओं से सांठगांठ कर अपनी चांदी कूटने में लगे हुए है। इन थानों पर कभी कभी टारगेट के चक्कर छोटी-मोटी कार्यवाही कर कार्य की इति श्री कर ली जाती है जिसके चलते बजरी माफिया पनप रहा है और उसके हौसले इतने बुलंद है कि कानून का डर भी माफिया पर षिकंजा नही कस पा रहा है। कई जगह तो हालात यह है कि थानो के सामने से अवैद्य बजरी से भरे वाहन गुजर जाते है और पुलिस उन वाहनों को अनदेखा कर देती है वही दूसरी ओर कई जगह बजरी वाहन चालक कच्चे व सुनसान रास्तो के जरिये अवैद्य बजरी का परिवहन करते है, पुलिस को इन रास्तो का पता होने के चलते वाहन चालकों से पुलिसकर्मी मोटा मुनाफा कमा रहे है।