चाकसू। खाॅल के बालाजी आश्रम पर जर्नलिस्ट्स एसोसिएशन ऑफ राजस्थान उपशाखा चाकसू के पदाधिकारियों के शपथग्रहण समारोह को संबोधित करते हुए प्रदेशाध्यक्ष हरिवल्लभ मेघवाल ने कहा कि लोकतंत्र का चौथा स्तंभ पत्रकार आज एकता के अभाव में अपने न्यायोचित अधिकारों से वंचित हो रहा है। जनता की सेवा में निस्वार्थ भाव से लगा हुआ पत्रकार अनेक जगह राजनीति का शिकार हो रहा है। उनके न्यायोचित अधिकारों की तरफ किसी भी सरकार ने गंभीरता से काम नहीं किया, कारण एकता का अभाव रहा है। आप सभी संगठित होकर कार्य करते रहे, राजनीति से दूर रहें एवं जनता की सेवा में लगे रहे। जिला एवं प्रदेश संगठन हमेशा आपके अधिकारों के लिए संघर्षरत रहेगा। प्रदेश महामंत्री दीपक शर्मा ने पत्रकारों को सम्बोधित करते हुए कहा कि पत्रकार समाज व सरकार के बीच एक सेतू के रुप मे कार्य करते हैं, अपने हक के लिये हमे संगठित रहना होगा। उन्होने चाकसू के पत्रकारो की तारिफ करते हुए कहा की मुझे खुशी है कि युवा इस क्षेत्र मे आगे आ रहे हैं। जयपुर से पत्रकार भाई मोहित शर्मा, वरिष्ठ सलाहकार एवं एडवोकेट मालाराम ने भी उपशाखा चाकसू के सदस्यों एवं पदाधिकारियों का मार्गदर्शन किया। इसके बाद उपशाखा चाकसू के नव निर्वाचित अध्यक्ष ओम शंकर गोस्वामी ने उपशाखा चाकसू द्वारा संगठन की रीति निति अनुसार कार्य करने का आस्वाशन दिया। कार्यक्रम मे उपाध्यक्ष गिरिराज शर्मा व संरक्षक ओम प्रकाश शर्मा ने भी अपने विचार व्यक्त किये। मंच संचालन उपशाखा के संरक्षक रामस्वरूप सैन ने किया। अन्त मे महामंत्री रामावतार सैनी द्वारा अथितियो का आभार व्यक्त किया गया। सभी सदस्यों के परिचय के साथ ही जर्नलिस्ट्स एसोसिएशन ऑफ राजस्थान की सदस्यता के प्रमाणपत्र एवं पहचान पत्र देते हुए सभी को संगठन के नियमों के पालन करने की शपथ दिलाई गई। उपशाखा चाकसू के अध्यक्ष ओमशंकर गोस्वामी, वरिष्ठ उपाध्यक्ष गिरिराज प्रसाद शर्मा, उपाध्यक्ष आमीन मोहम्मद एवं ओमप्रकाश शर्मा, संरक्षक रामस्वरूप सैन, महामंत्री रामावतार सैनी, कोषाध्यक्ष मुकुटबिहारी शर्मा, महिला महामंत्री रमा देवी शर्मा, सचिव-लक्ष्मण सैनी एवं लोकेश गुप्ता, संगठन मंत्री भाई फकरूदीन, वरिष्ठ सलाहकार रूपनारायण सांवरिया, प्रचार-प्रसार मंत्री नवरत्न सैनी, वरिष्ठ सलाहकार मदन चौधरी एवं सदस्य योगेश गुप्ता सहित अन्य पत्रकार उपस्थित रहे। सभी अतिथियों ने स्थानीय पत्रकारों के अन्य विषयों पर चर्चा की और कार्यक्रम के अंत मे सहभोज का आयोजन किया गया।