चाकसू विधायक वेदप्रकाश सोलंकी बने तानाशाह, तानाशाही से पिडित डेयरी संचालक कोर्ट पहुॅचे तो मिली राहत

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चाकसू । स्थानीय विधायक वेद प्रकाश सोलंकी द्वारा 57 दुग्ध डेयरी संकलन केन्द्रो को मनमाने तरीके से निरस्त करवाने के बाद विधायक से नाराज कांग्रेस कार्यकर्ता, डेयरी संचालक व किसानो ने हाईकोर्ट का रुख किया था। अब हाईकोर्ट
ने इन दुग्ध संकलन केन्द्रो के निरस्तीकरण पर रोक लगाते हुए इन्हे वापस चालू करने का आदेश दिया है। कोर्ट के इस फैसले से एक ओर जहाँ किसानो के चेहरे खिल उठे हैं वही दूसरी ओर दुग्ध संकलन केंद्रों के पुनः चालू होने से विधायक
सोलंकी बेकफुट पर आ गये है और उनको तगड़ा झटका लगा है। कोर्ट द्वारा पिडित डेयरी संचालको के पक्ष में निर्णय देने के बाद विधायक वेदप्रकाश सोलंकी की क्षेत्र में किरकिरी हो गई है। कार्यकर्ताओ व पिडित डेयरी संचालको का कहना है
कि चाकसू विधायक वेदप्रकाश सोलंकी जब से सत्ता मे आये है उनका बर्ताव तानाशाह जैसा हो गया है और इसी का परिणाम है कि न्याय के लिये कांग्रेस कार्यकर्ताओ को भी न्यायालय की शरण लेनी पड़ रही हैं। सत्ता के मद में चूर होकर तानाशाह बने विधायक सोलंकी यह भूल बैठे है कि अन्याय के खिलाफ जब आवाज बुलंद होती है तो बडी से बडी सत्ता भी धराशायी हो जाती है। ऐसे तानाशाहो पर अंकुश लगाने के लिए न्यायपालिका बनी हुई है जो उन्हे उचित सबक सिखाकर
पिडितो को न्याय प्रदान करती है। विधायक सोलंकी ने डेयरी प्रबंधन पर अनैतिक दबाव बनाकर डेयरी निरस्तीकरण के आदेश तो निकलवा दिए लेकिन वह ये भूल गये कि न्यायालय में राजनीतिक दबाव नही चलता, वहॉ दूध का दूध और
पानी का पानी हो जाता है।

बता दे कि जयपुर डेयरी प्रबंधन ने चाकसू विधायक वेद प्रकाश सोलंकी की शिकायत के
बाद बिना किसी कारण के 57 दुग्ध संकलन केंद्रों को निरस्त कर दिया था। निरस्त की गई डेयरी के संचालको में कई कांग्रेस के कार्यकर्ता भी थे जिनका कहना था कि विधायक सोलंकी ने द्वेष भावना के चलते उनके डेयरी संकलन केन्द्र निरस्त करवाये है। विधायक की इस मनमानी के विरोध में कांग्रेस ब्लॉक अध्यक्ष गंगाराम मीना के नेतृत्व में 23 डेयरी संचालको ने हाईकोर्ट में याचिका दायर कर न्याय की गुहार लगाई थी। जिस पर कोर्ट ने इन डेयरी बूथो के निरस्तीकरण पर रोक लगाते हुए डेयरी प्रबंधन को दुध सप्लाई जारी रखने व नियमित भुगतान करने के आदेश जारी किए है। कोर्ट के आदेश के बाद विधायक सोलंकी की इस ओछी मानसिकता की क्षेत्र में जमकर आलोचना हो रही है।  सरपंच रमेश मीणा, ब्लॉक अध्यक्ष गंगाराम मीना, पूर्व पार्षद नारायण सांवरिया का कहना है कि जिस तरीके से विधायक सोलंकी आज कांग्रेस कार्यकर्ताओ, किसानो व आम जनता का दमन करते हुए उन्हे परेशान कर रहे है उससे साफ जाहिर है कि अब उन्हे क्षेत्र की जनता से कोई सरोकार नही रहा है। बडी बडी घोषणाओ से सपनो का महल दिखाकर वाहवाही लुटने वाले ऐसे विधायक को जनता समय आने पर उचित जवाब जरुर देगी। वही कोर्ट से राहत मिलने के बाद क्षेत्र के किसानों व डेयरी संचालको ने पुनः संकलन केंद्रों के चालू होने पर ब्लॉक अध्यक्ष गंगाराम मीणा का आभार जताया व बधाई दी।

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