चाकसू : कांग्रेस के कमलेश बैरवा बने चेयरमैन, भाजपा के विनोद राजोरिया को तीन मतो से किया पराजित

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चाकसू। 13 दिसम्बर को नगरपालिका पार्षद चुनाव परिणाम सामने आने के बाद से चेयरमैन पद को लेकर चल रही राजनीतिक उठापटक का रविवार को पटाक्षेप हो गया। नगरपालिका परिसर में रविवार को चेयरमैन पद के लिए हुए मतदान के बाद कांग्रेस के कमलेश बैरवा चाकसू नगरपालिका के चेयरमैन बन गये है। कांग्रेस के कमलेश बैरवा ने
भाजपा की ओर से घोषित किये गये चेयरमैन उम्मीद्वार विनोद राजोरिया को तीन मतो से पराजित कर दिया। बैरवा के चेयरमैन बनते ही कांग्रेस जिंदाबाद, विधायक वेदप्रकाश सोलंकी जिंदाबाद के गननभेदी नारो से चाकसू गूंजने लगा और समर्थको ने जमकर आतिशबाजी की। बता दे कि नये परिसीमन के बाद चाकसू नगरपालिका में 35 वार्डो का गठन किया गया। गत 11 दिसम्बर को पार्षद पद के लिए हुए मतदान के बाद 13 दिसम्बर को चुनाव परिणाम घोषित किया गया जिसमें भाजपा प्रत्याशी 13, कांग्रेस प्रत्याशी 11 व निर्दलीय प्रत्याशी 11 सीटों पर विजयी रहे। चुनाव परिणाम में दोनो प्रमुख पार्टियों में से किसी को भी स्पष्ट बहुमत नही मिलने के चलते जहॉ दोनो पार्टिया निर्दलीयो की मान मनुहार कर उनको अपने पक्ष में करने में जुटी हुई थी वही जनता चेयरमैन पद को लेकर अपने – अपने कयास लगा रही थी। रविवार को पहले भाजपा खेमे में शामिल पार्षदोे द्वारा मतदान किया गया जिसमें 13 भाजपा व तीन निर्दलीयों सहित 16 पार्षदो ने विनोद राजोरिया के पक्ष में मतदान किया। इसके बाद कांग्रेस खेमें में शामिल पार्षदो ने मतदान किया जिसमें 11 कांग्रेस व आठ निर्दलीयों सहित 19 पार्षदो ने कमलेश बैरवा के पक्ष में मतदान किया। मतदान होने के बाद निर्वाचन अधिकारी ओमप्रकाश सहारण ने चेयरमैन पद पर कांग्रेस के कमलेश बैरवा को विजयी घोषित किया। मतदान के दौरान सुरक्षा के मध्यनजर पुलिस की माकूल व्यवस्था रही और मतदान केन्द्र के आसपास भीड ना हो इसके लिए बेरिकेट्स लगाये गये।
विधायक सोलंकी फिर बने कांग्रेस के तारणहार:- विधायक वेदप्रकाश सोलंकी ने एक बार फिर अपनी राजनीति का लोहा मनवा लिया। चुनाव परिणाम में भाजपा से 2 सीटो पर पिछडने के बावजूद विधायक वेदप्रकाश सोलंकी की राजनीतिक सूझबूझ के चलते चाकसू में कांग्रेस का बोर्ड बन गया। सोलंकी ने अपनी मजबूत पकड के चलते बहुमत के लिए जरुरी निर्दलीयों को अपने पक्ष में किया और बोर्ड बनाने का सपना देख रही भाजपा के सपनो को धराशायी कर दिया। बता दे कि नगरपालिका चुनाव 2015 में भी भाजपा की सीटे कांग्रेस से अधिक होने व भाजपा की सत्ता होने के बावजूद पालिका बोर्ड कांग्रेस का बना था जिसमें विधायक वेदप्रकाश सोलंकी की राजनीतिक कुशलता का बहुत बडा योगदान था।

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