जयपुर। कानोता इलाके में कर्ज से परेशान एक परिवार ने खौफनाक कदम उठाया है। सरार्फा व्यापारी ने अपनी पत्नी व दो बेटों के साथ घर में फंदा लगाकर सामूहिक आत्महत्या कर ली। शनिवार सुबह घर में चारों सदस्यों के शव फंदे से लटके मिलने पर इलाके में सनसनी फैल गई। सूचना पर पहुंची पुलिस ने एफएसएल टीम की मदद से साक्ष्य जुटाए। पुलिस ने एम्बूलेंस की मदद से पोस्टमार्टम के लिए शवों को अस्पताल की मोर्चरी भिजवाया है। एडिशनल डीसीपी (ईस्ट) मनोज चौधरी ने बताया कि मूलत: अलवर निवासी यशवंत सोनी (48) की पत्नी ममता (45), बेटा भारत सोनी (23) और अजीत सोनी (20) ने सामूहिक सुसाइड किया है। वह पिछले करीब 8 वर्षो से परिवार सहित राधिका विहार जामडोली स्थित मकान में रहते थे। यशवंत सोनी का सरार्फा का व्यवसाय था। शनिवार सुबह घर में यशवंत सोनी, उसकी पत्नी ममता, बेटा भारत व अजीत चारों सदस्यों के शव अलग-अलग कमरों में फंदे से लटके मिले। घर में चार सदस्यों के सामूहिक सुसाइड का पता चलने पर इलाके में सनसनी फैल गई। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और फॉरेंसिक टीम की मदद से साक्ष्य जुटाए। पुलिस ने चारों शवों को फंदे से नीचे उतारा, जिसके बाद एम्बूलेंस की मदद से पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल की मोर्चरी भिवजाया। वहां कोविड-19 की जांच के बाद मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम करवाया जाएगा।
देर रात की है घटना – प्रथमदृष्टया जांच में सामने आया है कि रात को परिवार के चारों सदस्यों ने साथ बैठकर भोजन किया है। जिसके बाद देर रात सामुहिक सुसाइड को अंजाम दिया गया है। जांच में सामने आया है कि दोनों बेटों के पैर जमीन पर छू रहे है। जिसके कारण एक बेटे के पैरों को कपड़े की रस्सी के सहारे कमर से बांधा गया है। वहीं, पत्नी ममता के गले में फंदे लगा होने के साथ ही आंखों पर पट्टी बंधी है। जिसे देखकर माना जा रहा है कि दोनों बेटों ने स्वयं फंदा नहीं लगाया है। वहीं, पुलिस को मौके से विषाक्त पदार्थ के सेवन का भी कोई साक्ष्य नही मिला है। पुलिस को मौके से सुसाइड नोट मिला है, जिसमें सरार्फा व्यवसाय में कर्ज से जुड़ी हुई बात लिखी गई है।