जयपुर। कोरोना संक्रमण के दौरान आर्थिक मार से त्रस्त जनता अब सड़कों पर उतरकर अपनी गुहार लगा रही है। इसी के तहत नो स्कूल नो फीस नो ऑनलाइन क्लास की मांग को लेकर राजधानी के 90 से अधिक स्कूलों के 350 से अधिक अभिभावक प्रतिनिधियों ने अपना दर्द शालीनता एवं शांति के साथ जेएलएन मार्ग स्थित शिक्षा संकुल पर बयां किया।
संयुक्त अभिभावक समिति जयपुर द्वारा रविवार को अभिभावक एकता रैली का आव्हान किया गया था जिसे पुलिस द्वारा
आयोजकों को समझाईश के पश्चात शिक्षा संकुल पर ही अपनी बात कहने एवं उपस्थित पुलिस अधिकारियों को मुख्यमंत्री
अशोक गहलोत के नाम ज्ञापन देकर सम्पन्न करवा दिया गया और पांच सदस्यों को गांधी सर्किल जाने की अनुमति दी गई जहां संयुक्त अभिभावक समिति के पदाधिकारियों ने महात्मा गांधी की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर निजी स्कूलों को सद्धबुद्धि मिलने की प्रार्थना की। इस अवसर पर संयुक्त अभिभावक परिषद के संयोजक सुशील शर्मा, महामंत्री मनीष विजयवर्गीय, कोषाध्यक्ष संजय गोयल, प्रवक्ता अरविंद अग्रवाल, ईशान शर्मा, मनोज शर्मा, मीडिया सयोजक अभिषेक जैन बिट्टू, आशिफ़ा, जवाहर शर्मा, नरेश जैन, सर्वेश मिश्रा, चन्द्र मोहन गुप्ता, मनीष जैन, श्रीमती अंजना शर्मा, दौलत शर्मा, अमृता सक्सेना ने पुलिस एवं प्रशासन के अधिकारियों को गुलाब का फूल देकर सरकार तक अभिभावको का दर्द पहुचाने का निवेदन किया। महामंत्री मनीष विजयवर्गीय ने कहा कि समाज सेवा के नाम पर रियायती दरों पर सरकार द्वारा दी गई अनुदानित भूमि का उपयोग आज व्यवसायिक परिसर की तरह किया जा रहा है, कोविड के दौरान भी अभिभावको को राहत देने की जगह उनकी सुनवाई नही होना शर्मनाक है। प्रवक्ता ईशान शर्मा ने कहा कि वर्तमान शिक्षा व्यवस्था चंद पूँजीवादियों की गिरफ्त में है जिससे देश को मुक्त करवाना होगा। कोविड के दौरान भी अपनी जान जोखिम में डालकर शांति पूर्ण रैली में सम्मिलित अभिभावको ने जिस एकता का परिचय दिया वह काबिले तारीफ है। पुलिस की समझाइश के बाद समिति प्रवक्ता मनोज शर्मा ने सराहना करते हुए रैली के समापन की घोषणा की ओर कहा कि यदि सरकार ने आवाज नही सुनी तो आज से भी बड़ी रैली होगी जिसमे हजारों लोगों के विरोध का सामना करना होगा। अन्त में परिषद के कोषाध्यक्ष संजय गोयल, प्रवक्ता अरविंद अग्रवाल, ईशान शर्मा, मनोज शर्मा एवं अभिषेक जैन बिट्टू ने गांधी सर्किल पर राष्ट्रपिता की प्रतिमा के समक्ष पुष्प अर्पित कर सरकार एवं स्कूल प्रबन्धको की सदबुद्धि के लिए प्रार्थना की।