आंध्रप्रदेश में केमिकल यूनिट में गैस रिसाव, नाबालिग सहित 7 लोगो की मौत, तीन कि.मी. में फैली गैस

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विशाखापट्टनम। आंध्र प्रदेश के विजाग में गुरुवार तड़के एक केमिकल यूनिट में गैस रिसाव के चलते एक नाबालिग सहित 7 लोगों की मौत हो गई। वही गैस रिसाव के कारण 70 से अधिक लोग बेहोश हो गए। गोपालपट्टनम के पास आरआर वेंकटपुरम में स्थित एलजी पॉलिमर यूनिट में गुरुवार तड़के करीब 2.30 बजे गैस रिसाव हुआ जो तीन किलोमीटर के दायरे में फैल गई और इससे आस-पास के 5 गांव प्रभावित हुए है। ग्रेटर विशाखापट्टनम नगर निगम के अधिकारियों ने बताया कि लॉकडाउन के कारण बंद हुई रासायनिक इकाई को गुरुवार सुबह चालू किया गया तो थोडी देर बाद टैंको में संग्रहित गैस लीक होने लगी और तीन कि.मी. के दायरे में फैल गई। गैस लिकेज के बाद लोगो को संास लेने में तकलीफ होने लगी और जलन की शिकायत हुई तो उन्हे विभिन्न अस्पतालों में इलाज के लिए भर्ती कराया गया। गैस लिकेज की इस घटना ने साल 1984 में घटित भोपाल गैस त्रासदी की याद को ताजा कर दिया। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार घटना सुबह करीब 2.30 बजे हुई। आसपास के क्षेत्रों में लोग अपने घरों में सो रहे थे। तभी अचानक उन्हें सांस लेने में तकलीफ, खुजली और आंखों में जलन महसूस होनी शुरू हुई। दहशत में आकर लोग अपने घरों से बाहर भागे, लेकिन गैस रिसाव के कारण हवा जहरीली हो गई, जिससे वह बेसुध हो गए। इस दौरान कई मवेशी और पशु भी जहरीली गैस की चपेट में आ गए। फिलहाल तीन कि.मी. के दायरे में रहने वाले लोगो को वहॉ से हटाया गया है और सात हजार पांच सौ लोगो को अपना घर खाली करना पडा है। इन सभी लोगो के लिए भोजन व अन्य व्यवस्था की गई है। जानकारी अनुसार रिसाव को बंद कर दिया गया है जिसके चलते हालात काबू में होने की संभावना नजर आने लगी है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह इस बारे में सभी जानकारियां ले रहे हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने हालात को भांपने के लिए राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए) की एक आपातकालीन बैठक बुलाई। इस बैठक में प्रधानमंत्री मोदी ने एनडीएमए के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बातचीत की और आपदा प्रबंधन के लिए नीतियां बनाने के निर्देश दिए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर कहा कि उन्होंने गृह मंत्रालय के अधिकारियों से बात की है।

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