चाकसू। लालसोट इलाके से एक 62 वर्षीय महिला संज्या इलाज करवाने चाकसू सैटेलाइट हॉस्पिटल पहुॅची। यहॉ डॉक्टरो ने उसकी जांच करने के बाद सीने में दर्द होने के चलते जिला अस्पताल रैफर कर दिया। डॉक्टर द्वारा रैफर करने के बाद महिला हॉस्पिटल न जाकर चाकसू में अपने परिचित के यहॉ चली गई। थोडी देर बाद उसे वापस सैटेलाइट हॉस्पिटल लाया गया तो महिला ने हॉस्पिटल में अपना दम तोड दिया। महिला की मौत होने के बाद हॉस्पिटल में हडकम्प मच गया और अस्पताल प्रशासन हरकत में आया। मृतका के शव को उसके घर भिजवाया गया और ब्लॉक चिकित्सा अधिकारी
डॉ. सौम्य पंडित द्वारा लालसोट के ब्लॉक चिकित्सा अधिकारी से पूरे मामले में बातचीत की गई। वही चाकसू उपखंड अधिकारी को भी बिना रोकटोक अन्य जगह से मरीज के आ जाने के मामले से अवगत करवाया गया।
खामी हुई उजागर – कोरोना संक्रमण के बढते मामलो के बावजूद संक्रमित इलाके से लोग बिना स्क्रिनिंग एक जगह से दूसरी जगह पहुॅच रहे है जो अब तक कोरोना से बचे स्थानो के लिए कभी भी बडा खतरा बन सकते है। गौरतलब है कि लालसोट इलाके में निजि लैब संचालक कोरोना पॉजिटिव आ चुका है। ईलाज के लिए चाकसू आई महिला पहले से बिमार थी ऐसे में इस संभावना से इन्कार नही किया जा सकता कि वह अपनी बिमारी की जांच के चलते निजि लैब संचालक के सम्पर्क में आई हो। इसके बावजूद वहॉ से महिला ईलाज के लिए निजि साधन से चाकसू पहुॅच गई और इस दौरान कस्बे के एन्ट्री पोइन्ट पर उसे किसी ने नही रोका और ना ही उसकी स्क्रिनिंग की गई। ब्लॉक चिकित्सा अधिकारी डॉ. सौम्य पंडित ने बताया कि महिला पहले से ही बीमार चल रही थी और उसमें संक्रमण के कोई लक्षण भी नही थे इसके चलते कोरोना टेस्ट की आवश्यकता नही थी। टेस्ट उसी का करवाया जाता है जिसमें कोरोना के लक्षण नजर आते है।