नई दिल्ली। वर्तमान में अगर हम कोरोना संक्रमण की बात करे तो यह देखा जा रहा है कि कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजो का ग्राफ लगातार बढता जा रहा है। 21 दिन के लॉकडाउन की घोषणा करते समय जिस प्रकार से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश को वायरस की भयावहता से चेताया था वह तस्वीर अब खुलकर सामने आने लगी है। इन्ही परिणामों का आभास करते हुए मोदी ने लॉकडाउन को दोबारा 3 मई तक बढा दिया है। अब तक देश में करीब बीस हजार से ज्यादा कोरोना संक्रमित सामने आ चुके है और 640 लोगो की मौत हो चुकी है। लेकिन अब बडी बात जो सामने आ रही है वह यह है कि क्या 3 मई के बाद देश में लॉकडाउन समाप्त हो जायेगा। इसकी अभी तक कोई स्पष्ट जानकारी सामने नही आई है लेकिन नीति आयोग के सदस्य डॉ. वीके पॉल ने बताया है कि कोरोना वाइरस के खिलाफ भारत की असली लडाई जून-जुलाई में होगी। डॉ. पॉल ने कहा कि अगर लॉकडाउन में ढील दी जाती है तो वायरस को फिर से फैलने का मौका मिलेगा। उन्होने कहा कि वायरस को बढने से रोकने के लिए बडी मात्रा में धन खर्च होने के साथ ही मुश्किल परिस्थितियों में लॉकडाउन का जो फायदा हमें मिला है वह हम व्यर्थ नही जाने देंगे और इस बात पर ध्यान देना होगा कि कोई नई समस्या हमारे सामने नही आये। आगामी जून – जुलाई में हमारे संकल्प का परिणाम दिखाई देगा।