जयपुर। जिला कलक्टर डॉ. जोगाराम ने मंगलवार सुबह जिला कलक्ट्रेट परिसर स्थित कार्यालयों का आकस्मिक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान चौकाने वाला मामला सामने आया। कुल 36 कार्यालयों, प्रकोष्ठों एवं शाखाओं के निरीक्षण के दौरान उन्होंने अधिकारियों और कार्मिकों की उपस्थिति का जायजा लिया। उपस्थिति निरीक्षण के दौरान विभिन्न कार्यालयों की उपस्थिति पंजिकाओं का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान कुल 447 कार्मिकों में से 280 कार्मिक अनुपस्थित पाए गए। इस बात से साफ पता चलता है कि आमजन के कार्यो को समय पर पूरा करने के लिए नौकरशाह कितने सजग है। आमजन अपने काम करवाने के लिए दफ्तरो के चक्कर लगाते रहते है और अधिकारी, कर्मचारी बिना किसी भय के सीट छोडकर ऑफिस से नदारत रहते है। जिला कलक्टर ने बताया कि अनुपस्थित पाए गए अधिकारियों और कर्मचारियों को कारण बताओ नोटिस जारी किये जा रहे हैं। जिला कलक्टर ने कहा है कि सभी कार्यालयों के अधिकारी एवं कर्मचारी तय समय पर कार्यालय आएं तथा कार्यालय के निर्धारित समय में सदैव उपस्थित रहें ताकि आमजन के काम बाधित नहीं हों और अन्य राजकीय कार्य समय पर पूरे हों सकें। इतनी बडी संख्या में कार्मिको के अनुपस्थित रहने से साफ जाहिर है कि जनता के विभागीय कार्य समय पर करवाने की मंशा रखने वाली राज्य सरकार की आंखो में यह नौकरशाह धूल झोंक रहे है। जब कभी इन पर कार्यवाही की जाती है तो कुछ दिनो के लिए व्यवस्था जरुर सुधरती है लेकिन उसके बाद वही ढाक के तीन पात वाली कहावत चरितार्थ होती नजर आने लगती है। जिला कलक्टर ने बिना उचित कारण या बिना पूर्व सूचना के अनुपस्थित पाए जाने वाले अधिकारियों तथा कर्मचारियों के विरुद्ध राजस्थान सेवा नियमों के अनुसार अनुशासनात्मक कार्यवाही करने की बात कही है।