जयपुर (चाकसू)। बडली गांव में 12 दिसम्बर को हुई 8वीं कक्षा में पढ़ने वाली छात्रा पायल की हत्या की गुत्थी पुलिस ने 48 घंटे में ही सुलझा दी। पुलिस ने वारदात में शामिल पति पत्नी को गिरफ्तार कर लिया वही हत्या करने वाली सहपाठी नाबालिग छात्रा को निरुद्ध किया है। अतिरिक्त पुलिस आयुक्त जयपुर प्रथम अशोक गुप्ता ने जानकारी देते हुए बताया कि 11 दिसम्बर को बडली निवासी पवन गुर्जर की 12 वर्षीय पुत्री पायल घर से अचानक गायब हो गई। परिजनों द्वारा इसकी सूचना पुलिस कन्ट्रोल रुम पर दी गई, जिसके बाद पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए ग्रामीणो के सहयोग से बालिका को गांव में ढूढने का प्रयास किया लेकिन उसका कोई सुराग नही लगा। अगले दिन पायल का शव गांव से बाहर जंगल में पडा मिला। घटना की गंभीरता को देखते हुए एफएसएल टीम व डॉग स्कवॉयड को बुलाया गया और साक्ष्य जुटाये। पुलिस कमिश्नर जयपुर आनन्द श्रीवास्तव ने भी घटना स्थल का मौका मुआयना किया। मृतक छात्रा की पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद उसमें दुष्कर्म की पुष्टि नही होने पर पुलिस ने अन्य पहलुओं के मध्यनजर जांच शुरु की। गांव में तलाशी के दौरान पुलिस को एक घर से अहम सुराग मिले जिस पर घर में मौजूद कैलाश गुर्जर, उसकी पत्नि रामघणी व नाबालिग छात्रा से पुलिस ने पूछताछ की तो आखिरकार उन्होने अपना गुनाह कबूल कर लिया।
पेन लेने की बात पर हुआ था विवाद: मृतक बालिका बडली के सरकारी स्कूल में 8वीं कक्षा में अध्ययनरत थी। उसी कक्षा में उसके गांव की आरोपी छात्रा भी अध्ययनरत थी। आरोपी छात्रा ने मृतक छात्रा का पेन ले लिया जिस पर दोनो में बहस हो गई और आरोपी छात्रा ने मृतक छात्रा को गाली निकाल दी। इसके बाद परीक्षा होने के चलते मृतक छात्रा परीक्षा देने चली गई। दोपहर में जब बालिका अपने घर पहुॅची तो सहपाठी छात्रा द्वारा दी गई गाली का उलाहना देने वह आरोपी छात्रा के घर चली गई। उस दौरान घर पर आरोपी छात्रा के अलावा ओर कोई मौजूद नही था। आरोपी छात्रा की मा नरेगा में काम करने गई हुई थी और पिता अपनी किराने की दुकान पर थे, वही भाई परीक्षा देने गया हुआ था। जब मृतका ने सहपाठी को गाली का उलाहना दिया तो दोनो में वापस बहस हो गई जिस पर आरोपी सहपाठी छात्रा ने लोहे के सरियेनुमा रोड से पायल के सिर पर दो वार कर दिये। इस दौरान एक चोट आरोपी छात्रा को भी लगी। चोट लगने से अचेत हुई पायल ने आरोपी छात्रा की शिकायत घर पर करने व पुलिस को पकडवाने की बात कही जिस पर आरोपी छात्रा डर गई और डर व आक्रोश के चलते उसे मारने के उद्देश्य से घसीटते हुए घर के पीछे बने चारे के कमरे में ले गई। वहॉ आरोपी छात्रा ने पायल के सिर, मुंह, पेट व सीने पर लोहे की रोड से ताबडतोड 19 वार किये जिससे पायल की मौत हो गई।
ममता ने मां-बाप को बना दिया गुनहगार: जब शाम को आरोपी छात्रा की मां काम से लोटी तो किसी काम से चारे के कमरे में गई। वहॉ उसने पायल की लाश देखी तो आरोपी छात्रा से पूछताछ करने पर उसने सारा घटनाक्रम मां को बता दिया। मां ने ममता के वशीभूत हो उसको बचाने व साक्ष्य मिटाने के लिए लाश को ठिकाने लगाने की योजना बनाई। आरोपी छात्रा व उसकी मां ने पायल के शव को कट्टे में डालकर घर के सामने ही पानी के तालाब में डाल दिया। जब आरोपी छात्रा का पिता कैलाश घर आया तो उसे किसी ने कुछ नही बताया। रात करीब साढे तीन बजे आरोपी छात्रा की मां ने पति कैलाश को जगाकर पूरी बात बताई। इस पर कैलाश ने घर के बाहर ही पानी में शव मिलने पर शक उन पर आने की आशंका के चलते शव को वापस पानी से निकाला और उसेे खुले मैदान में दीवार के पास डाल दिया।
अहम सुराग मिलने से दबोचे गए आरोपी: तलाशी के दौरान पुलिस के पुछने पर भी कैलाश उसकी पत्नि रामघणी व नाबालिग छात्रा ने पुलिस को कुछ नही बताया। जब आरोपी के घर से मृतक छात्रा की कान की बाली व खून के निशान मिले तो इस आधार पर पूछताछ करने पर कैलाश ने पूरे घटनाक्रम का खुलासा कर दिया। इसके बाद भी पत्नि रामघणी ने अपना जुर्म स्वीकार नही किया जिस पर तथ्यों के आधार पर पूछताछ की गई तो मां बेटी ने अपना अपराध स्वीकार कर लिया। जिस पर पुलिस ने साक्ष्य मिटाने व वारदात में सहयोग देने के चलते कैलाश व उसकी पत्नि रामघणी को गिरफ्तार कर लिया वही हत्या करने वाली सहपाठी आरोपी छात्रा के नाबालिग होने के कारण उसे निरुद्ध किया गया है।
ये रहे टीम में शामिल: पुलिस उपायुक्त जयपुर दक्षिण योगेश दाधीच ने बडली गांव में कैम्प बनाये रखा। वही अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त जयपुर दक्षिण अवनीश शर्मा ने मौके पर रहकर अपराध से जुडे हर पहलु पर नजर रखी। इसके अलावा चाकसू एसीपी के.के.अवस्थी, आईपीएस सहायक पुलिस आयुक्त मानसरोवर रीचा तौमर, श्यामनगर थानाधिकारी सन्तरा मीणा, चाकसू थानाधिकारी बृजमोहन कविया, मुहाना थानाधिकारी हीरालाल सैनी, महेश नगर थानाधिकारी बालाराम चौधरी, शिप्रापथ थानाधिकारी खलील अहमद व शिवदासपुरा थानाधिकारी इन्द्रराज मरोडिया थानो की टीम सहित करीब 50 पुलिस के जवानों के साथ वारदात का खुलासा करने में जुटे रहे।
सोशल मिडिया पर गलत पोस्ट करने वालो पर होगी कार्यवाही: बडली गांव में पायल की हत्या होने के बाद सोशल मिडिया पर रेप के बाद मासूम की हत्या वाली पोस्ट जमकर वायरल हुई। इस पोस्ट से लोगो का गुस्सा चरम पर था। जब पोस्टमार्टम रिपोर्ट आई तब इस बात का पता चला कि मृतक छात्रा के साथ रेप की घटना नही हुई। एडिशनल डीसीपी अवनीश शर्मा ने सोशल मिडिया पर बिना ठोस सबूत के ऐसी झूठी पोस्ट भेजने वालों के खिलाफ कार्यवाही करने का संकेत दिया है, ताकि असामाजिक तत्वों द्वारा जो माहौल खराब करने का प्रयास किया जाता है उस पर रोक लग सके।