जयपुर (चाकसू)। उपखंड में कई निजी शिक्षण संस्थान नोनिहालों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रहे है, लेकिन
संबंधित शिक्षा विभाग कार्यवाही करने के बजाय अपनी आंखे मूंद कर ऐसे शिक्षण संस्थानो के खिलाफ लिखित शिकायत का इंतजार कर रहे है। शिक्षा विभाग की ऐसी लापरवाही का फायदा उठा कर कई निजी शिक्षण संस्थान मनमर्जी से बिना मान्यता के संस्थान चलाकर अभिभावकों की जेब काटने के साथ ही बच्चों का भविष्य अंधकार में डाल रहे है। ऐसा ही एक मामला चाकसू कस्बे में सामने आया है, वार्ड नं. 13 में ब्रिलियन्ट चिल्ड्रन एकेड़मी विगत दो वर्षो से संचालित है लेकिन जानकारी के अनुसार अब तक स्कूल को मान्यता नही मिली है। जानकारी में यह भी सामने आया है कि उक्त संस्थान ने सत्र 2017-18 में पांचवी बोर्ड के विद्यार्थियों की परीक्षाऐं भी अन्य विद्यालय से दिलवाई है, और परीक्षा में उत्तीर्ण विद्यार्थी वर्तमान में इसी संस्थान में कक्षा 6 में अध्ययन कर रहे है, जबकि नियमों के अनुसार जब तक किसी विद्यालय को मान्यता प्राप्त नही होती तब तक वह स्कूल का संचालन नही कर सकता है। शिक्षा विभाग की अनदेखी के चलते उपखंड में निजी शिक्षण संस्थानों की बाढ़ सी आ गई है जिनमें से कई शिक्षण संस्थान विभाग के मापदंडो को पूरा किये बिना अपनी जेब भरने में लगे हुए है। इस मामले में संस्था के चिरंजीलाल ने बताया कि दो साल पूर्व मान्यता के लिए फाइल लगाई थी लेकिन किसी कारणवश अभी तक मान्यता नही मिल पाई है, जल्द ही मान्यता मिल जायेगी। वही इस मामले में ब्लॉक शिक्षा अधिकारी महेश शर्मा का कहना है कि कोई भी विद्यालय दूसरे स्कूल से अटेचमेन्ट कर उस सेन्टर पर परीक्षा नही करवा सकता है और अगर उक्त विद्यालय की मान्यता नही है तो कल मामले को दिखवा कर उचित कार्यवाही की जायेगी।