विद्यार्थियों के भविष्य के साथ खिलवाड़, परीक्षा सेन्टर की गलत जानकारी के चलते 42 परीक्षार्थी परीक्षा से हुए वंचित

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जयपुर (चाकसू)। कस्बे में सूरज कुंड रोड़ पर संचालित निजी आईटीआई के 42 बच्चों के भविष्य पर उस समय तलवार लटक गई जब वह कॉलेज प्रशासन की लापरवाही के कारण मैकेनिकल डीजल के पहले सेमिस्टर की परीक्षा से वंचित हो गये। जानकारी के अनुसार नव प्रतीक आईटीआई में अध्ययनरत छात्रों की 5 फरवरी को मैकेनिकल डीजल कोर्स के प्रथम सेमेस्टर की परीक्षा हुई थी और परीक्षा के लिए ओम आईटीआई चाकसू को सेन्टर बनाया गया था। प्रश्न पत्र में कोर्स से बाहर के प्रश्न आने के कारण इसे रद्द कर दिया गया और 27 मार्च को पुनः परीक्षा की घोषणा की गई। जब विद्यार्थी 10 बजे परीक्षा प्रवेश पत्र लेकर सेन्टर पहॅुचे तो सेन्टर पर मौजूद स्टॉफ ने परीक्षा की सूचना नही होने की जानकारी दी। इसके बाद विद्यार्थी अपने कॉलेज पहुॅचे और मौजूद स्टॉफ से जानकारी मांगी तो स्टॉफ ने संस्था प्रधान से जानकारी ली और छात्रों को हरसूलिया में परीक्षा सेन्टर होने की बात कही। करीब डेढ़ घंटे का समय गुजर जाने के कारण छात्रों ने परीक्षा प्रवेश पत्र में गलत जानकारी देने का विरोध किया और नारेबाजी शुरु कर दी। सूचना मिलते ही मौके पर पुलिस प्रशासन पहुॅचा और छात्रों से समझाईश की। छात्रों ने बताया कि उन्हे परीक्षा के लिए जो प्रवेश पत्र दिया गया वह फरवरी की परीक्षा का है जिसमें परीक्षा सेन्टर ओम आईटीआई लिखा हुआ था। इसी कारण बच्चे पुराने सेन्टर पर पहुॅच गये। जब वापस अपने कॉलेज पहुॅचे तब भी मौजूद स्टॉफ अपनी बात पर अडा रहा और सेन्टर सही होने की बात दोहराता रहा। काफी समय बाद स्टॉफ द्वारा संस्था प्रधान से बात की गई और कम्प्यूटर पर जानकारी देखी गई तो पता चला की सेन्टर हरसूलिया में है और करीब साढे ग्यारह बजे छात्रों को नये परीक्षा सेन्टर की जानकारी दी गई। छात्रो के विरोध को देखते हुए कॉलेज द्वारा उन्हे परीक्षा सेन्टर तक पहुॅचाने के लिए बस की व्यवस्था की गई, लेकिन करीब डेढ़ घंटा निकल जाने के कारण छात्रों ने वहॉ जाने से इंकार कर दिया, और कॉलेज प्रशासन को कोसते नजर आये। नाराज छात्र उपखंड कार्यालय पहुॅचे और अपनी व्यथा सुनाई, इसके बाद पुलिस थाने पहुॅच कर कॉलेज निदेशक के खिलाफ मामला दर्ज करवाया। इस मामले में संस्था निदेशक ओमप्रकाश सैनी का कहना है कि छात्रों को प्रवेश पत्र देने की जिम्मेदारी हमारी नही होती है उन्हे ऑनलाईन प्राप्त करना चाहिए। सर्वर डाउन होने के कारण हम नये प्रवेश पत्र नही निकाल पाये जिसके चलते उन्हे पुराना प्रवेश पत्र दे दिया गया। पिछले माह हुई परीक्षा में परीक्षा केन्द्र चाकसू में ही होने के कारण हमें इस बात की उम्मीद थी कि रद्द हुई परीक्षा वापस उसी सेन्टर पर होगी। फिलहाल पुलिस ने छात्रों की शिकायत पर संस्था निदेशक के खिलाफ 420, 406 में मामला दर्ज कर आगे की कार्यवाही शुरु कर दी है।

 

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