जयपुर (चाकसू)। फागी रोड पर स्थित आईओसीएल पश्चिमी क्षेत्र पाइपलाइन परिसर में दोपहर 2.30 बजे अचानक जब आपातकालीन सायरन बजा तो जहा तक सायरन की आवाज पहुँची वहाँ तक लोगो के दिलो की धड़कने बढ़ गई ओर अफरा तफरी का माहौल हो गया। जिसके बाद पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे। मौके पर पहुंचकर देखा तो क्रूड टेंक सीटी -03 के नीचे के हिस्से से क्रूड तेल का भारी रिसाव हो रहा था, जो टेंक डाईक क्षेत्र में एकत्रित होने लगा। हाईड्रोकार्बन डिटेक्टर के अलार्म बजने के साथ ही नियंत्रण कक्ष और फायर स्टेशन के कर्मचारी सक्रिय हो गए। एम ई एफ जी संचालन के माध्यम से CT-03 के डाइक क्षेत्र में फोम भरा गया। इसके साथ ही क्रूड ऑयल का दूसरे टेंक में स्थानान्तरण शुरु कर दिया गया। इसी समय ड्रेन वाल्व फेल हो जाने के कारण ड्रेन में क्रूड- ऑयल एकत्रित होने लगा। ड्रेन क्षेत्र में भी त्वरित गति से फोम भरने का काम शुरू किया गया और क्षतिग्रस्त वाल्व को सुरक्षित किया गया। इसी दौरान अचानक टैंक डाइक में एकत्रित क्रूड -आयल ने आग पकड़ ली। आग को बुझाने के लिये 4000 जीपीएम मॉनीटर के माध्यम से डाइक क्षेत्र में त्वरित गति से फोम भरकर आग पर काबू पाया गया। बाद में जब पता चला की यह मॉक ड्रिल था तो अधिकारियों और कर्मचारियों ने राहत की सांस ली। इस अवसर पर उपस्थित आईओसी चाकसू के मुख्य प्रबंधक एस के कनोजिया, सहायक नियंत्रक सिविल डिफेंस के जे पी रावत, सीएसओ प्रमोद गोस्वामी, डीजीएम एन व्यास ने जानकारी देते हुये बताया कि संस्थान की सुरक्षा व्यवस्था को अपडेट करने के लिये ऐसा मॉक ड्रिल निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार समय – समय पर करना आवश्यक हो जाता है। इस दौरान तहसीलदार हरिसिंह राव, चाकसू एस एच ओ राजेश विद्यार्थी सहित भारी पुलिस जाप्ता मौजूद रहा।