जयपुर (चाकसू)। भारतीय जनता पार्टी चाकसू के कार्यकर्ताओं द्वारा टोंक रोड़ स्थित होटल मेघा रेस्टोरेन्ट पर विधायक लक्ष्मीनारायण बैरवा की मौजूदगी में दीपावली स्नेह मिलन समारोह एवं प्रेस कॉन्फ्रेन्स कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में विधायक लक्ष्मीनारायण बैरवा ने विधानसभा क्षेत्र के पत्रकारो के साथ क्षेत्र के विकास कार्यो व समस्याओं पर चर्चा की। कार्यक्रम की शुरुआत में विधायक ने पत्रकारो को दीपावली व आगामी नववर्ष की शुभकामनाऐं दी, और कहा कि पत्रकार समाज का चौथा स्तम्भ है उन्हे बिना किसी भेदभाव और बिना किसी दबाव के निष्पक्ष होकर समस्याओं को प्रकाशित करना चाहिए ताकि जनप्रतिनिधि व प्रशासन का ध्यान उन समस्याओं की ओर जाये और उनके द्वारा समस्या समाधान का प्रयास किया जा सके। इसके बाद बैरवा ने अपने 4 साल के कार्यकाल पर प्रकाश डालते हुए बताया कि नवम्बर 2017 तक विधानसभा क्षेत्र में अलग-अलग विभागों में सात सौ उनचालीस करोड़ सोलह लाख रुपये के विकास कार्य स्वीकृत हुये है जिनमे से अधिकांश कार्य पूर्ण भी हो चुके है। इस राशि मे से आठ करोड़ छब्बीस लाख रुपये विधायक कोष से खर्च किये गये है। तुलनात्मक आंकडे देखने के बाद पता चलता है कि चाकसू विधानसभा में अन्य विधानसभाओं की अपेक्षा सबसे ज्यादा विकास हुआ है। चुनाव के समय मेरे द्वारा कस्बे में सरकारी कॉलेज खोलने, कोटखावदा सड़क मार्ग निर्माण करवाने, इण्डस्ट्रीयल एरिया बनाने, मुर्दाघर निर्माण व सीएचसी को सेटेलाईट हॉस्पिटल में क्रमोन्नत करवाने का वादा किया गया था। अब मुर्दाघर बन चुका है, रुपाहेडी से माधोराजपुरा तक सड़क का काम लगभग पूरा होने को है, सीएचसी चाकसू सेटेलाईट हॉस्पिटल घोषित हो चुका है, कस्बे में सरकारी कॉलेज के लिए मुख्यमंत्री से बात हो चुकी है और जहॉ तक है अगले बजट में इसकी घोषणा की जा सकती है। वही कस्बे में इण्डस्ट्रीयल एरिया डवलप करने के लिए कई बार कोशिश की गई है लेकिन आवश्यकता अनुसार जमीन नही मिलने के कारण यह काम अटका पडा है, लेकिन फिर भी हमारे प्रयास जारी है ताकि स्थानीय जनता को रोगजार के अवसर प्रदान हो सके। इसके बाद शुरु हुई चर्चा में पत्रकारो ने विधायक बैरवा को क्षेत्र की समस्याओं से अवगत करवाया। खबर मुद्दे की के संपादक रामस्वरुप सैन ने विधायक को सेटेलाईट हॉस्पिटल में सोनोग्राफी मशीन व रेडियोलॉजिस्ट के अभाव में मरीजो को हो रही समस्या से अवगत करवाया। सेटेलाईट हॉस्पिटल में जगह की कमी, विशेषज्ञ डॉक्टरों के अभाव, बिना पोस्ट के डेपुटेशन पर जमे बैठे डॉक्टरो पर कार्यवाही, डिजिटल एक्स-रे मशीन की सुविधा का अभाव के सवालो का जवाब देते हुए विधायक बैरवा ने कहा कि सेटेलाईट हॉस्पिटल के लिए जगह चिन्हित कर ली गई है और जल्द ही इस समस्या का निस्तारण हो जायेगा। विशेषज्ञ डॉक्टरों, सोनोग्राफी मशीन व डिजिटल एक्स-रे मशीन की सेवा मरीजो को मिले इसके लिए चिकित्सा मंत्री से व संबंधित विभाग के अधिकारियों से बात की जायेगी। डेपुटेशन पर बिना पद के बैठे डॉक्टरों की जांच करवाई जायेगी और उचित कार्यवाही की जायेगी। इसके बाद संपादक सैन द्वारा कस्बे की सबसे बडी समस्या सिवर लाईन के अभाव की और विधायक का ध्यान आकर्षित किया गया। इसका जवाब देते हुए विधायक ने कहा कि इस मामले में कई बार प्रयास किये जा चुके है लेकिन जनगणना 2011 के अनुसार कस्बे की आबादी सिवर लाईन नियमो के अनुसार नही है जिसकी वजह से सिवर लाईन का काम अटक गया है। जैसे ही नई जनगणना के आकड़े आते है और उनमें अगर हम सिवर लाईन के लिए जरुरी आबादी के आंकडे को पार कर जाते है तो इस समस्या का समाधान करवा दिया जायेगा। कोटखावदा पीएचसी को सीएचसी में क्रमोन्नत करने के सवाल के जवाब ने विधायक ने कहा कि गहलोत सरकार ने पीएचसी को सीएचसी में क्रमोन्नत किया था, लेकिन वर्तमान सरकार ने सभी क्रमोन्नतियों को निरस्त कर दिया। अब सरकार ने कुछ पीएचसी को सीएचसी में क्रमोन्नत करने की घोषणा कर दी है जिसमें कोटखावदा की पीएचसी भी शामिल है। अब डॉक्टरों की व्यवस्था होने व बजट आते ही इसका काम शुरु हो जायेगा और जहॉ तक है मेरे इसी कार्यकाल में यह सीएचसी में क्रमोन्नत हो जायेगी। रेल्वे फाटक से आगे नवनिर्मित सड़क की गुणवत्ता में कमी के सवाल के जवाब में विधायक ने कहा कि कुछ जगह सड़क निर्माण में खामी छोडी गई है और मुख्यमंत्री तक इसकी गुणवत्ता की गलत सूचना पहुॅचाई गई, लेकिन मामला सामने आने के बाद इसका पेचवर्क शुरु करवा दिया है। कोटखावदा से चाकसू तक लो फ्लोर बस संचालन के सवाल पर विधायक ने जल्द ही समस्या के समाधान का आश्वासन दिया। उपखंड के पत्रकारों को टोल से छूट की मांग पर विधायक ने विशेष प्रयास कर समस्या का समाधान निकालने का आश्वासन दिया। कार्यक्रम में प्रिंट व इलेक्टोनिक मिडिया के पत्रकारों के साथ ही जिला परिषद सदस्य भूणाराम गुर्जर, कोथून सरपंच बद्रीनारायण चौधरी, कोटखावदा देहात मंडल अध्यक्ष कजोड़ चौधरी, सरदार सुरेन्द्रसिंह, अर्जुनसिंह राजावत मौजूद रहे।