आठ दिन चली राजनीतिक उठापटक
चाकसू। नियम विरुद्ध निविदा जारी करने के मामले में जांच का सामना कर रही चाकसू नगर पालिका की चेयरमैन अनिता गुर्जर को स्वायत शासन विभाग ने 7 सितम्बर को आदेश जारी कर तुरन्त प्रभाव से निलंबित कर दिया। जानकारी अनुसार 31 दिसम्बर 2016 को नगरपालिका द्वारा करीब साढ़े तीन करोड़ रुपए के 27 कार्यो की निविदा संख्या 15 जारी की गई थी। इस निविदा में आर.टी.पी.पी. अधिनियम व निविदा नियमो की अनदेखी की गई। यह निविदा पालिका के तकनीकी अधिकारियों की रिपोर्ट के बिना ही जारी कर दी गई। इस पर असंतुष्ट पार्षदों द्वारा उच्चाधिकारियों को की गई षिकायत के बाद तत्कालीन अधिषाषी अधिकारी पूजा मीना को एपीओ कर दिया गया, वही चेयरमैन के खिलाफ जांच जारी थी। चेयरमैन के निलंबन आदेश के बाद स्थानीय राजनीतिक गलियारे में सुगबुगाहट शुरु हो गई और नेताओं के साथ ही स्थानीय जनता ने भी अपने-अपने कयास लगाने शुरु कर दिए। जहॉ एक ओर पार्षद वापस चुनाव होने की स्थिति में अपनी-अपनी पार्टी के अध्यक्ष का सपना देखने लगे वही स्थानीय जनता इस खबर से अपने आप को ठगा सा महसूस करने लगी। लोगो का कहना था कि वर्तमान बोर्ड के दो वर्ष गुजर जाने के बावजूद चाकसू में विकास की गति बहुत धीमी है, अब अगर वापस बोर्ड का चुनाव होगा तो बाकी बचे हुए समय में विकास एक सपना ही रह जायेगा। 8 सितम्बर को युवा कांग्रेस द्वारा गुर्जर के निलंबन की कार्यवाही का विरोध किया गया, युवा कांग्रेस के प्रदेश सचिव जयदेव गुर्जर ने कहा कि भाजपा ने सत्ता का दुरुपयोग करते हुए यह कार्यवाही की है। युवा कांग्रेस ने पूरे मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की और ऐसा नही होने पर धरना प्रदर्षन की चेतावनी दी। इस दरमियान पालिका उपाध्यक्ष सुलोचना शर्मा को एसडीएम रणजीतसिंह गोदारा ने 12 सितम्बर को पद व गोपनीयता की शपथ दिलाकर पदभार ग्रहण करवाया। लेकिन अगले ही दिन स्वायत शासन विभाग के निलंबन आदेश पर हाईकोर्ट द्वारा स्टे लगा दिया गया। निलंबन आदेश पर स्टे की सूचना मिलते ही कार्यकर्ताओं में खुषी की लहर दौड गई और कस्बे में पटाखे छोडकर मिठाई बांटी गई। अनिता गुर्जर ने गुरुवार को पुनः पदभार ग्रहण किया। इस दौरान तहसीलदार अनील चौधरी, पालिका अधिषाषी अधिकारी मुकेश कुमार, पूर्व चेयरमैन राजेन्द्र गुर्जर, शहजाद खॉन, पं. दिनेश शर्मा, लालाराम धाकड, जयनारायण गुर्जर, श्रवण गुर्जर, कैलाश गुर्जर, सीताराम चौसला, शंकरलाल सरपंच, पार्षद गिर्राज सैनी, कृष्ण बिहारी शर्मा, सीताराम गुर्जर सहित कई पार्षद व बडी संख्या में गुर्जर समाज के लोग मौजूद रहे।