राष्ट्रपति ने चुना ‘लकी’ करोड़पति, पीएम मोदी करेंगे सम्मानित

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नई दिल्ली। डिजिटल लेन-देन को बढ़ावा देने के लिए शुरु की गयी की ‘लकी ग्राहक योजना’ के एक करोड़ रुपये पुरस्कार वाले मेगा लकी ड्रॉ का विजेता सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया का ग्राहक होगा। राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी ने रविवार को राष्ट्रपति भवन में हुए मेगा ड्रॉ में उस लकी ट्रांजेक्शन का चयन किया जिसे करने वाले व्यक्ति को यह विशाल पुरस्कार राशि मिलेगी। इस लकी ग्राहक का नाम फिलहाल उजागर नहीं किया गया है। इसके नाम की घोषणा 14 अप्रैल को डा. भीमराव अम्बेडकर की जयंती के अवसर पर नागपुर में होगी और खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस मौके पर विजेताओं का सम्मान करेंगे। नोटबंदी के बाद डिजिटल लेन-देन को प्रोत्साहित करने के लिए नीति आयोग ने 25 दिसंबर 2016 को ‘लकी ग्राहक योजना’ और ‘डिजिधन व्यापारी योजना’ शुरु की थीं। इन योजनाओं के तहत भीम ऐप, ‘रुपे’ कार्ड या यूपीआइ से 1000 रुपये से कम का लेन-देन करने वालों में से 16 लाख से अधिक लकी ग्राहकों और व्यापारियों को दैनिक, साप्ताहिक और मासिक ड्रॉ के जरिए अब तक 256 करोड़ रुपये की पुरस्कार राशि वितरित की जा चुकी है। रविवार को इस योजना का 100वां ड्रॉ राष्ट्रपति भवन में हुआ। इस मेगा ड्रॉ में राष्ट्रपति ने जिन तीन लकी ग्राहकों का चयन किया उसमें प्रथम विजेता सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया का है जिसे एक करोड़ रुपये पुरस्कार राशि मिलेगी। द्वितीय विजेता बैंक ऑफ बड़ौदा का ग्राहक है जिसे 50 लाख रुपये राशि मिलेगी जबकि तीसरा विजेता पंजाब नेशनल बैंक का है जिसे 25 लाख रुपये पुरस्कार राशि मिलेगी। इसी तरह डिजिधन व्यापारी योजना के भी जिन तीन लकी व्यापारियों का चयन किया गया है उसमें पहला पुरस्कार आइसीआइसीआइ के खाताधारक को मिलेगा जिसे 50 लाख रुपये पुरस्कार राशि मिलेगी। दूसरा पुरस्कार पीएनबी के खाताधारक व्यापारी को मिलेगी और उसे 25 लाख रुपये पुरस्कार राशि मिलेगी जबकि तीसरा पुरस्कार करूर वैश्य बैंक के ग्राहक को मिलेगा और उसे 12 लाख रुपये राशि मिलेगी। डिजिटल पेमेंट को बढ़ावा देने को सरकार के प्रयासों को साहसिक करार देते हुए राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी ने देश के सभी नागरिकों को भारत को लैस कैश बनाने के मिशन में सतत सहयोग करने का आग्रह किया है। राष्ट्रपति ने नकदी के इस्तेमाल को कम करने की जरूरत पर भी बल दिया है। मुखर्जी ने कहा कि भारत को लैस कैश समाज बनने के लिए अभी लंबा सफर तय करना है। उन्होंने कहा कि फिलहाल व्यक्तिगत उपभोग के 95 प्रतिशत तथा कुल ट्रांजैक्शन में से 86 प्रतिशत कैश में होते हैं। सरकार ने अच्छी शुरुआत की है और इसे आगे बढ़ाए जाने की जरूरत है।नकदी के चलन को कम करना और डिजिटल पेमेंट के सुरक्षित तरीकों को प्रोत्साहित करना जरूरी है। ‘आधार’ कार्ड की शुरुआत को ऐतिहासिक बताते हुए मुखर्जी ने कहा कि भारत डिजिटल क्रांति में प्रवेश कर रहा है। उन्होंने कहा कि एक अरब से अधिक भारतीयों के पास आधार नंबर है। भारत के विकास की गाथा में आधार एक ऐतिहासिक घटना है। आधार के जरिए पेमेंट प्रणाली से ऐसे लोग भी लेन-देन कर सकते हैं जिनके पास फोन भी नहीं है।

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