चेन्नई। मद्रास हाईकोर्ट ने सोमवार को एक फैसला सुनाते हुए एक शख्स को गिरफ्तार करने के आदेश दिए हैं। ये सख्य कोई और नहीं बल्कि वहीं शख्स है जिसने खुद को जयललिता का बेटा होने का दावा किया था। मामले की जांच तमिलनाडु की क्राइम ब्रांच को सौंपी गई थी। क्राइम ब्रांच ने अपनी रिपोर्ट कोर्ट में पेश की। न्यायधीश ने रिपोर्ट को पढऩे के बाद यह फैसला दिया है। जानकारी के अनुसार न्यायाधीश माधवन ने कहा कि कृष्णामूर्ति नाम का शख्स जिसने खुद को जयललिता का बेटा माने जाने के लिए याचिका दायर की थी, उसने अदालत को धोखा दिया और फर्जी दस्तावेज पेश किए। इससे पहले 17 मार्च को हुई सुनवाई में जस्टिस माधवन ने कहा था कि मैं इस शख्स को सीधे जेल भेज सकता हूं। मैं पुलिसवालों से कहूंगा कि वो इस शख्स को इसी वक्त जेल लेकर जाएं। उल्लेखनिय है कि कृष्णमूर्ति ने कोर्ट के सामने यह दावा किया था कि वो पूर्व सीएम जयललिता का बेटा है। मामले को लेकर उसने कोर्ट के सामने कुछ दस्तावेज भी प्रस्तुत किए थे। कृष्णामूर्ति ने इन दस्तावेजों के आधार पर कोर्ट से अपील की थी कि उसे तमिलनाडु की पूर्व सीएम जयललिता का बेटा घोषित किया जाए, जिससे कि वो उनकी संपत्ति का उत्तराधिकारी बन सके। लेकिन क्राइम ब्रांच की रिपोर्ट के बाद कृष्णामूर्ति का झूठ सामने आ गया और कोर्अ ने उसे सलाखों के पीछे भेज दिया।