नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली विश्वविद्यालय के रामजस कॉलेज में हुए संघर्षाे से निपटने को लेकर दिल्ली पुलिस के रवैये की आलोचना की और आरोप लगाया कि पुलिस बल भाजपा की ‘एजेंट’ है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से भी ‘भाजपा कार्यकर्ता’ के रूप में काम नहीं करने और 22 फरवरी को हुई हिंसा के लिए जिम्मेदार पुलिस को भी पकडऩे की अपील की। उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि एबीवीपी और भाजपा के एक एजेंट के रूप में दिल्ली पुलिस जिस तरीके से काम कर रही है मैं उसकी कड़ी निंदा करता हूं। पुलिस का कर्तव्य दिल्ली के लोगों की सुरक्षा करना है और एबीवीपी और भाजपा को गुंडागिरी नहीं करने देनी चाहिए। आप संयोजक ने बताया कि मैं उम्मीद करता हूं कि प्रधानमंत्री बीजेपी के एक कार्यकर्ता के जैसे नहीं बल्कि निष्पक्ष तरीके से अपने कर्तव्य का पालन करेंगे। दिल्ली पुलिस प्रधानमंत्री को रिपोर्ट करती है। वह केवल भाजपा के प्रधानमंत्री नहीं है बल्कि मेरे सहित सभी लोगों के हैं और उन्हें अपने कर्तव्य का पालन करना चाहिए।
रामजस कॉलेज में बुधवार को वाम समर्थित आईसा और आरएसएस समर्थित एबीवीपी सदस्यों के बीच संघर्ष हो गया था। इस संघर्ष की शुरूआत जेएनयू के छात्र उमर खालिद और शेहला रशिद के ‘कल्चर ऑफ प्रोटेस्ट’ पर एक सेमिनार को संबोधित करने के दौरान हुई। एबीवीपी के विरोध के बाद कॉलेज प्रशासन ने यह सेमिनार रद्द कर दिया। दिल्ली पुलिस ने संघर्ष के दौरान अपने कुछ कर्मियों के ‘गैर पेशेवर’ तरीके से स्थिति से निपटने का संज्ञान लिया और तीन पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया है।