लाहौर। पाकिस्तान ने मुंबई हमलों के मास्टरमाइंड हाफिज सईद और उसके सहयोगियों को जारी किए गए सभी 44 हथियारों के लाइसेंस निरस्त कर दिए हैं। सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए यह कार्रवाई की गई है। पंजाब प्रांत के गृह मंत्रालय से जुड़े एक अधिकारी ने मंगलवार को इसे सईद के संगठनों जमात-उद-दावा और फलाह-ए-इंसानियत के खिलाफ कार्रवाई का हिस्सा बताया। पंजाब गृह मंत्रालय की ओर से जारी अधिसूचना के मुताबिक जमात और फलाह ऐसी गतिविधियों में शामिल रहे हैं जो देश की शांति और सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा हो सकते हैं। दोनों संगठनों को छह महीने के लिए निगरानी सूची में रखा गया है। म्यूनिख में एक अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा सम्मेलन के दौरान पाकिस्तानी रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ सार्वजनिक तौर पर सईद को पाक के लिए गंभीर खतरा बता चुके हैं। उल्लेखनीय है कि 30 जनवरी को पाकिस्तान के आतंकवाद रोधी कानून की चौथी अनुसूची के तहत सईद को लाहौर स्थित उसके घर में 90 दिनों के लिए नजरबंद कर दिया गया था। इस कानून के तहत कार्रवाई का यह भी मतलब है कि वह किसी न किसी तरह आतंकवाद से जुड़ा है। फरवरी की शुरुआत में सईद और जमात व फलाह से जुड़े 37 लोगों का नाम ‘एग्जिट कंट्रोल लिस्ट’ में डाल दिया गया था। इस सूची में शामिल किए जाने के कारण ये लोग देश छोड़कर नहीं जा सकते। सईद पर अमेरिका ने भी एक करोड़ डॉलर (करीब 67 करोड़ रुपये) का ईनाम घोषित कर रखा है। उसे नवंबर 2008 में मुंबई में आतंकी हमलों के बाद भी नजरबंद किया गया था। लेकिन, 2009 में लाहौर हाई कोर्ट ने उसे आजाद कर दिया था।