चाकसू। राडोली के ग्रामीणो द्वारा नरेगा कार्य में भेदभाव का आरोप लगाते हुए विकास अधिकारी बृजेन्द्रसिंह धाकड से इसकी शिकायत की। इसके साथ ही कुछ ग्रामीण ग्राम पंचायत क्षेत्र की बजाय गांव में ही कार्य करवाने की मांग कर रहे थे। इन मांगो को लेकर ग्रामीण भारत निर्माण राजीव गांधी सेवा केन्द्र ग्राम पंचायत राडोली पर आये। इसके बाद विकास अधिकारी बृजेन्द्रसिंह धाकड मौके पर पहुॅचे और लोगो की समस्या सुनी। इस दौरान विकास अधिकारी ने कहा कि जो भी नरेगा में रोजगार चाहते है उन सभी को रोजगार उपलब्ध करवाया जायेगा। 22 अप्रेल को जब उपमुख्यमंत्री सचिन पायलेट ने पं. स. क्षेत्र का दौरा किया था उस समय यह निर्देश दिए गये थे कि नरेगा में रोजगार देने में कोई कोताही नही बरती जायेगी। विकास अधिकारी ने बताया कि उपमुख्यमंत्री के निर्देश की पालना के चलते चाकसू पंचायत समिति क्षेत्र में कुल 5649 श्रमिक नियोजित है। इसके साथ ही प्रत्येक ग्राम पंचायत में 200 श्रमिक लगाने के निर्देश है। राडोली ग्राम पंचायत में वर्तमान में 171 श्रमिको के मस्टररोल जारी है तथा यहॉ पर्याप्त मात्रा में कार्य स्वीकृत है। अगर आवश्यकता हुई तो और भी कार्य स्वीकृत करवाये जायेगें। विकास अधिकारी धाकड ने बताया कि ग्रामीणो ने क.स. सोहनलाल की कार्यशैली की शिकायत की थी जिसकी जांच कर आवश्यक कार्यवाही की जायेगी। इसके साथ ही पंचायत सहायक को पंचायत के कार्यो में अनावश्यक दखल न करने को कहा गया है। इस दौरान विकास अधिकारी ने ग्रामीणो को समझाते हुए कहा कि वर्तमान में जिन लोगो के नाम मस्टररोल में नही है अगले पखवाडे में उनको प्राथमिकता दी जायेगी, किसी के साथ भेदभाव नही किया जायेगा। नरेगा श्रमिक कोरोना महामारी के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग की पालना का भी ध्यान दे और बार-बार साबुन से हाथ भी साफ करते रहे। विकास अधिकारी ने बताया कि गर्मी के चलते वर्तमान में कार्य करने का समय सुबह 6 से 1 बजे का रखा गया है ताकि किसी भी श्रमिक को परेशानी ना हो। इस दौरान कोटखावदा थाने का जाप्ता भी मौजूद रहा।